लखनऊ: 25 नवंबर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद पर सर्वे को लेकर हुये बवाल को लेकर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस घटना के लिये प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुये उच्चतम न्यायालय से हस्तक्षेप की मांग की है।
इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने भी संभल की घटना पर चिंता जताते हुये उच्चतम न्यायालय से हस्तक्षेप की मांग की थी।
सुश्री वाड्रा ने सोमवार को एक्स पर लिखा “ संभल, उत्तर प्रदेश में अचानक उठे विवाद को लेकर राज्य सरकार का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इतने संवेदनशील मामले में बिना दूसरा पक्ष सुने, बिना दोनों पक्षों को विश्वास में लिए प्रशासन ने जिस तरह हड़बड़ी के साथ कार्रवाई की, वह दिखाता है कि सरकार ने खुद माहौल खराब किया। प्रशासन ने जरूरी प्रक्रिया और कर्तव्य का पालन भी जरूरी नहीं समझा। ”
उन्होने कहा, “सत्ता में बैठकर भेदभाव, अत्याचार और फूट फैलाने का प्रयास करना न जनता के हित में है, न देश के हित में। माननीय सुप्रीम कोर्ट को इस मामले का संज्ञान लेकर न्याय करना चाहिए।”
इससे पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव ने संभल में मस्जिद पर सर्वे को तनाव फैलाने की साजिश बताते हुये उच्चतम न्यायालय से दखल की मांग की थी। उन्होने प्रदेश की जनता से शांति बनाएं रखने की अपील की थी।
श्री यादव ने एक्स पर पोस्ट किया “ सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साज़िश का ‘सर्वोच्च न्यायालय’ तुरंत संज्ञान ले और जो अपने साथ सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाज़ों को ले गये, उनके ख़िलाफ़ शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मुक़दमा दर्ज हो और उनके ख़िलाफ़ ‘बार एसोसिएशन’ भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई करे। उप्र शासन-प्रशासन से न कोई उम्मीद थी, न है।”
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, “यूपी के संभल जिले की शाही जामा मस्जिद को लेकर अचानक विवाद, सुनवाई और फिर उसके फौरन ही बाद आपाधापी में सर्वे की खबरें राष्ट्रीय चर्चा व मीडिया की सुर्खियों में है, किन्तु इस प्रकार से सदभाव व माहौल को बिगाड़ने का संज्ञान सरकार तथा मा. सुप्रीम कोर्ट को भी जरूर लेना चाहिए।”
गौरतलब है कि संभल में एक मस्जिद पर न्यायालय के आदेश पर दोबारा सर्वे करने गयी टीम पर समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव किया था। उन्मादी भीड़ ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस बल ने आंसू गैस और लाठी भांज कर भीड़ को खदेड़ा मगर इस बीच हुयी गोलीबारी में तीन लोगों को मौत हो गयी थी जबकि पुलिसकर्मियों समेत कई अन्य घायल हो गये थे। घायलों में दो और की आज मृत्यु हो जाने से मृतकों की संख्या बढ़ कर पांच हो गयी है।
जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर संभल तहसील क्षेत्र में इंटरनेट सेवा और शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया है। जिले में तनावपूर्ण शांति बनी हुयी है और सुरक्षा बल लगातार गश्त कर रहे हैं।