नई दिल्ली: 25 अक्टूबर। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी लोगों से खराब हवा के संपर्क में आने से बचने और इन दिनों सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने को कहा है। वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए व्यक्तिगत रूप से प्रयास करते रहना भी जरूरी है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बढ़ चुका है। यहां प्रदूषण का स्तर लगातार ‘खराब श्रेणी’ में बना हुआ है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे सेहत के लिए कई प्रकार से चुनौतीपूर्ण मान रहे हैं। दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) लगातार 300 से अधिक बना हुआ है। विशेषज्ञ कहते हैं, दीपावली के बाद एक्यूआई के और भी खराब होने की आशंका जताई जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी लोगों से खराब हवा के संपर्क में आने से बचने और सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने को कहा है। वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रयास करते रहना जरूरी है। कई शहरों में वायु प्रदूषण के स्तर में वृद्धि के मद्देनजर सरकार ने सभी राज्यों से इस खतरे से निपटने के लिए अपनी तैयारियों को बढ़ाने और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने का आग्रह किया है।
त्योहारों के मौसम और सर्दियों की शुरुआत में वायु प्रदूषण के कारण कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा काफी बढ़ जाता है। प्रदूषण से बचे रहना सभी लोगों की सेहत को ठीक रखने के लिए बहुत जरूरी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी लोगों से सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने और अत्यधिक भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से बचने का भी आग्रह किया है। राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) डॉ. अतुल गोयल ने पराली और कचरा न जलाने, त्योहारों के दौरान पटाखे का इस्तेमाल कम करने, सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने और डीजल-आधारित जनरेटर का इस्तेमाल कम करने की अपील की है। ये सभी प्रदूषण को बढ़ावा देने वाले कारक माने जाते हैं, जिनका उपयोग कम करके प्रदूषण के स्तर को कुछ हद तक कम किया जा सकता है।